देखो कैसे उंगलियां टाइट जगहों में काम करती हैं, हल्की रगड़ और छेड़छाड़ मंद रोशनी वाले कमरे में या गंदी चादरों पर। कभी धीमे-धीमे, कभी पुराने सोफे पर। एक सीन में छोटा शीशा इस्तेमाल करके हर एंगल पकड़ा गया है। सब कुछ साफ-साफ दिखता है।